Sam Pitroda,Indian Overseas Congress Chief: कहते हैं कि मुंबई में 26/11/2008 को कुछ 8 - 10 लोगों की शरारती हरकत थी ... आतंकवादी आए और उन्होंने कुछ किया ... उन 8 - 10 लोगों की वजह से आप पूरे एक देश पाकिस्तान पे चढ़ तो नहीं बैठोगे ... कुछ लोग आये और कुछ लोगों ने हमला किया तो उस पूरे देश और वहां के अन्य लोगों पर इसका जिम्मेदारी नहीं डाली जा सकती ... कांग्रेस ऐसा विश्वास करती है ... कल एक मित्र ने भी मुलाकात के समय कहा कि पाकिस्तान को क्यों दोष देना, हर समय पाकिस्तान को गाली देना देशभक्ति नहीं है .... जाहिर है कि हर कांग्रेसी, तथाकथित सेक्युलर (छिपा जेहादी) और शांतिदूत (छिपा मुजाहिद) यही कहता है ...
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सैम पित्रोदा से जब पुछा गया की 26/11 के बाद आपकी सरकार ने कोई कार्यवाही क्यों नहीं की तो उनका कहना था "... हमारे समय 26/11 हुआ लेकिन हमने कोई कार्यवाही नहीं की क्यों कि चंद 8-10 लोगों के लिए पूरे पाकिस्तान को दोषी करार नहीं दिया जा सकता .... "
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अगर अमर बलिदानी तुकाराम ओम्बले ने अपने को न्योछावर करके अज़मल कसाब को जिन्दा नहीं पकड़ लिया होता तो जाहिर है कि जिस तरह तैयारी थी, अब तक चिद्दू लुंगी और दिग्विजय सिंह की अगुवाई में हिन्दू आतंकवाद पूरी तरह से साबित कर दिया गया होता ... सारे आतंकी कलावा पहने, टीका लगाए आए थे, सारे खुद को हैदराबाद दक्कन का बोल रहे थे ... फिर कुछ ही दिन में 26/11 हमले को RSS की साजिश बनाकर फिट करने वाली पुस्तक दिग्विजय सिंह और महेश भट्ट आदि ने लांच किया था ...
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एक बात तो तय है कि पाकिस्तान के ISI का अन्न खाते ही सबके स्वर बदल जाते हैं ... सुना है पाकिस्तान के दौरे पे सम्मेलन, मुशायरे, अमन की आशा, शांति का पैगाम, कला, साहित्य, परंपरा आदि के लिए जाने वाले लोगों को कुछ "टंच" सप्लाई होता है उसकी CD भी बनाई जाती है ... अब लगता है ISI ने इन्ही कुछ लोगों को धमकी दी है कि अपने ब्यानो से अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान का बचाव करे अन्यथा वह 26/11 मुम्बई हमले पर इनका व हाफिज सईद का साथ उजागर कर देगे ... साथ ही वो सब CD भी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में उतार दी जाएँगी ...
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सैम पित्रोदा से जब पुछा गया की 26/11 के बाद आपकी सरकार ने कोई कार्यवाही क्यों नहीं की तो उनका कहना था "... हमारे समय 26/11 हुआ लेकिन हमने कोई कार्यवाही नहीं की क्यों कि चंद 8-10 लोगों के लिए पूरे पाकिस्तान को दोषी करार नहीं दिया जा सकता .... "
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अगर अमर बलिदानी तुकाराम ओम्बले ने अपने को न्योछावर करके अज़मल कसाब को जिन्दा नहीं पकड़ लिया होता तो जाहिर है कि जिस तरह तैयारी थी, अब तक चिद्दू लुंगी और दिग्विजय सिंह की अगुवाई में हिन्दू आतंकवाद पूरी तरह से साबित कर दिया गया होता ... सारे आतंकी कलावा पहने, टीका लगाए आए थे, सारे खुद को हैदराबाद दक्कन का बोल रहे थे ... फिर कुछ ही दिन में 26/11 हमले को RSS की साजिश बनाकर फिट करने वाली पुस्तक दिग्विजय सिंह और महेश भट्ट आदि ने लांच किया था ...
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एक बात तो तय है कि पाकिस्तान के ISI का अन्न खाते ही सबके स्वर बदल जाते हैं ... सुना है पाकिस्तान के दौरे पे सम्मेलन, मुशायरे, अमन की आशा, शांति का पैगाम, कला, साहित्य, परंपरा आदि के लिए जाने वाले लोगों को कुछ "टंच" सप्लाई होता है उसकी CD भी बनाई जाती है ... अब लगता है ISI ने इन्ही कुछ लोगों को धमकी दी है कि अपने ब्यानो से अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान का बचाव करे अन्यथा वह 26/11 मुम्बई हमले पर इनका व हाफिज सईद का साथ उजागर कर देगे ... साथ ही वो सब CD भी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में उतार दी जाएँगी ...
रंजय त्रिपाठी की फेसबुक वॉल से साभार